Major Causes Of
Fungus In Garden
Plants
आमतौर पर यह रोग बगीचे में अस्वच्छता, पौधों में नमी की अधिकता और तनावग्रस्त स्थिति के कारण होता है, हालाँकि इसके अतिरिक्त पौधों में फंगस लगने के विभिन्न कारण हैं, जिनके बारे में हम इस आर्टिकल में विस्तार से चर्चा करेंगे। होम गार्डन के पौधों में फंगस लगने का क्या कारण है, फंगल संक्रमण के कारण तथा पौधों को इस गंभीर फंगस से कैसे बचाएं? फंगस लगने से रोकने के उपाय जानने के लिए इस आर्टिकल को जरूर पूरा पढ़ें।
पौधों में फंगस/कवक क्या होता है (What Is Fungus In Plants) :-
कवक रोग पौधों में होने वाली एक गंभीर संक्रमित बीमारी है, जो सूक्ष्मजीवों द्वारा फैलती या होती है। यह रोग पौधे की जड़ों, तनों, पत्तियों, फूलों और फलों सहित विभिन्न भागों को प्रभावित कर सकता है, जिसके कारण पौधे का मुरझाना, पीला पड़ना, सूखना, पत्तियों का टूटना और अनियमित आकार का होना आदि जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। पौधों में लगी फंगस को काफी हद तक गार्डेन में स्वच्छता, पर्याप्त पोषक और नियमित रूप से पौधे की जांच करके रोका जा सकता है, लेकिन मुख्य बात यह है कि संक्रमण अधिक होने पर पौधे को बचाना काफी मुश्किल हो सकता है।
तो अब आइये जानते हैं कि पौधे में फंगस क्यों लगती है और इस फंगस को रोकने के उपाय के बारे में।
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होम गार्डन या गमलों में लगे पौधों में फंगल इन्फेक्शन के निम्न लिखित कारण है जिनके द्वारा ये फंगस फैलता है :-
1. खराब वायु परिसंचरण (Poor Air Circulation Causes Fungus In Plants) :-
पौधों में फंगस लगने का सबसे प्रमुख कारण है, ठीक तरह से पौधों मे वायु संचरण न हो पाना। इसके कारण पत्तियों पर लगातार नमी बनी रहती है, जो कवक के विकास को बढ़ावा देने मे मदद करती है। खराब वायु संचरण पौधे की सांस लेने और वाष्पोत्सर्जन करने की क्षमता को भी कम या फिर शून्य करता है।
कारण :-
A. बगीचे के पौधों में हवा का प्रवाह सही तरह से न हो पाने के कारण।
B. कम जगह में बहुत अधिक पौधे।
C. वेंटिलेशन की कमी और स्थिर हवा हो सकती है।
उपाय :-
बगीचे में वायु प्रवाह में सुधार लाने के लिए निम्न उपाय है....
A. पौधों के बीच पर्याप्त जगह बनाना।
B. पत्तियों की छंटाई करना।
C. पंखे या वेंटिलेशन सिस्टम प्रदान करना।
2. ओवरवाटरिंग (Overwatering Cause Fungus on Plants) :-
पौधों में जल अधिक मात्रा ओवरवाटरिंग कहलाती है। जरूरत से ज्यादा जल देने से पौधों नुकसान पहुँचता है। अत्यधिक जल भराव अर्थात ओवरवाटरिंग पौधों की जड़ों तक ऑक्सीजन नहीं पहुँचने देता है, जिससे पौधों मे तनावग्रस्त स्थिति उत्पन्न होती है और फंगस को बढ़ावा मिलता है।
पौधों मे ओवरवाटरिंग के कारण निम्न है....
A. पौधों को बार-बार पानी देना।
B. पौधे लगाने के लिए खराब जल निकासी वाले गमले और मिट्टी का उपयोग करना।
उपाय :-
पौधों में फंगस लगने से रोकने के लिए आप निम्न उपाय कर सकते है.......
A. अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और उचित ड्रेनेज सिस्टम से युक्त गमलों का इस्तेमाल करना।
B. जल देने से पहले मिट्टी की नमी के स्तर की जांच करना।
C. पौधों को जरूरत के अनुसार जल देना।
(नोट: ओवरवाटरिंग के अतिरिक्त पौधे की पत्तियों को गीला करने से भी उनमें फंगस लग सकती है, अतः जल देते समय ओवरवाटरिंग के साथ साथ पत्तियों को गीला करने से भी बचें।)
3. अन्य संक्रमित पौधों और मिट्टी/मृदा का संपर्क (Infected Soil And Plant Material Causes Fungus In Plants) :-
आमतौर पर देखा गया है कि पौधों में फंगल इन्फेक्शन संक्रमित मिट्टी और पौधों की सामग्री के कारण से भी फैल सकता है। पुरानी मिट्टी/मृदा या मलवे में कई सालों तक कवक जीवित रह सकती है, जिससे दोबारा संक्रमण होने के खतरे काफी बढ़ सकते है।
कारण :-
A. पौधों की रोग प्रभावित सामग्री को खाद में मिला देने से पौधों मे फंगस लग सकती है।
B. पुराने पॉटिंग मिक्स का उपयोग करने पर पौधों में फंगस लग सकती है।
उपाय :-
A. स्टेरलाइज पॉटिंग मिट्टी/मृदा का इस्तेमाल करना।
B. गार्डन टूल्स को स्टरलाइज करना तथा फंगस प्रभावित जगह पर पौधे लगाने से बचना आदि उपाय अपनाकर आप पौधों में फंगस लगने से रोक सकते हैं।
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4. पोषक तत्वों का असंतुलन (Plants Develop Fungus Cause Of Nutrient Deficiency) :-
बगीचे के पौधों में फंगस लगने के कई कारणों मे एक कारण पोषक तत्वों की कमी होना भी है। पोषक तत्वों के असंतुलन से पौधा काफी कमजोर और काफी पतला हो जाता है और यह उन्हें फंगल संक्रमण के प्रति काफी अधिक संवेदनशील बना सकता है।
कारण :-
पौधों में पोषक तत्वों के असंतुलन का प्रमुख कारण निम्न है....
A. उर्वरकों का अनुचित तरह से इस्तेमाल करना।
B. पौधे लगाने के लिए मिट्टी में जरूरत से कम पोषक तत्वों का होना।
C. पौधों की पोषण संबंधी जरूरतों पर ध्यान न देना।
उपाय :-
A. उर्वरकों का सही समय और तरीके से उपयोग करना।
B. मिट्टी का परीक्षण करना।
C. पौधों को जरूरत के अनुसार जैविक संतुलित उर्वरक प्रदान करना।
इन उपायों के कारण ही फंगल संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है।
5. मौसम में बदलाव (Fungus Occurs In Plants Due To Change In Weather) :-
मौसम या वातावरण में अचानक से होने वाला बदलाव भी फंगस के लिए अनुकूल स्थितियां प्रदान करता है। जैसे बारिश होने के बाद काफी तेज धूप निकलना, यह स्थिति पौधों में उमस पैदा करती है। जिससे फंगस को बढ़ावा देने के लिए काफी है। हालाँकि इसके अतिरिक्त और भी कई स्थितियों से फंगल संक्रमण को बढ़ावा मिलता है, जो कि निम्न हैं:-
कारण :-
पौधों में फंगस लगने के मुख्य कारण पर्यावरणीय कारक है जैसे-
A. मिट्टी/मृदा की खराब गुणवत्ता।
B. अपर्याप्त जल या सिंचाई।
C. मौसम की स्थिति इत्यादि होते है।
उपाय :-
पौधे को फंगस से बचाने के लिए या फंगल संक्रमण को रोकने के लिए निम्न उपाय है....
A. वहाँ की स्थानीय जलवायु के अनुकूल/अनुसार पौधे लगाना।
B. पौधे की पर्याप्त सिंचाई करना।
C. पौधों को तेज धूप या अधिक ठंड से बचाने के लिए छाया प्रदान करना जरूरी है।
6. रोग प्राणी और कीट प्रबंध (Disease, Animal and Pest Management) :-
कुछ कीट पतंगे और रोग प्राणी पौधों को काफी नुकसान पहुँचा सकते हैं, जिससे पौधों की स्वास्थ्य कमजोर हो जाती है और फंगस के प्रति संवेदनशीलता बहुत अधिक बढ़ जाती है।
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7. समय की कमी (lack of time) :-
फंगस लगने का सबसे बड़ा कारण हो सकता है कि पौधों की नियमित देखभाल और समय पर कार्यवाही नहीं की जाती है। यदि फंगस के संकेतों को पहचानकर और उचित से उचित तरीके से संवेदनशीलता के साथ देखभाल नही की जाती है, तो फंगस का प्रसार और भी ज्यादा बढ़ सकता है और पौधों को अत्यधिक हानि पहुँचा सकता है।
निष्कर्ष (conclusion) :-
इस आर्टिकल में आपने जाना कि बगीचे के पौधों में फंगस क्यों लगती है। फंगस लगने या संक्रमण के कारण तथा पौधे को फंगस से किस तरह बचाएं? उम्मीद है यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित रहा होगा। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारी साईट gardenglance.blogspot.com पर विजिट कर सकते हैं। इस आर्टिकल से सम्बंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हों, कृपया कमेंट में जरूर बताएं।
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