How To Grow Zucchini At Home In A Pot or grow bag
जुकिनी को ग्रो करने के लिए जरूरी परिस्थितियां (Growing Condition For Zucchini At Home) :-
● यदि आप जुकिनी को काफी अच्छी तरह से और काफी तेजी से ग्रो करना चाहते हैं, तो इसके लिए मिट्टी/मृदा या हवा का तापमान 15°C से 32°C के बीच का होना चाहिए।
● जुकिनी के बीज ठंडी मिट्टी/मृदा में ठीक से अंकुरित नहीं हो पाते हैं। अतः बुवाई करने से पहले मिट्टी/मृदा का तापमान 15°C या 60 डिग्री फ़ारेनहाइट से कम नहीं होना चाहिए। ठंडे तापमान में बुआई करने पर जुकिनी के पौधे बौने भी हो सकते हैं।
● भरपूर खाद युक्त अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी/मृदा को जुकिनी के लिए काफी उपजाऊ माना जाता है।
● जब जुकिनी का पौधा फूलने लगता है और उसमें फल आने लगते हैं, तब पौधे को तरल उर्वरक देना काफी फायदेमंद साबित होता है।
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जुकिनी को उगाने का सही समय (What Is The Best Time To Grow Zucchini) :-
आप ग्रो बैग या गमले की मिट्टी में जुकिनी के बीज की बुआई ठण्ड के आख़री सप्ताह अर्थात फरवरी - मई के बीच में कर सकते हैं, क्योंकि इस समय जुकिनी के बीज को अंकुरित होने के लिए मिट्टी/मृदा का तापमान 15°C से अधिक (लगभग 21°C तक) होता है। इस समय पर लगाई गई जुकिनी की सब्जी को आप अत्यधिक गर्मी से पहले हार्वेस्ट कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त सितंबर से नवंबर के बीच का समय भी जुकिनी की बुआई के लिए सबसे अच्छा समय होता है, इस समय बुआई करने पर जुकिनी का पौधा कम ठण्ड में भी अच्छे से ग्रो हो जाता है।
जुकिनी लगाने के लिए किस साइज़ का ग्रो बैग या गमला सबसे अच्छा होता है? (What Size Container or pot To Grow Zucchini) :-
- 15 x 15 इंच ग्रो बैग (चौडाई x ऊँचाई)
- 18 x 18 इंच ग्रो बैग (चौडाई x ऊँचाई)
- 24 x 24 इंच ग्रो बैग (चौडाई x ऊँचाई)
जुकिनी के लिए मिट्टी/मृदा कैसे तैयार करें (How To Prepare Potting Soil For Zucchini) :-
- सामान्य मिट्टी – 50%
- गोबर खाद – 30%
- रेत
- कोकोपीट
- वर्मीकम्पोस्ट – 20%
ऊपर दी हुई सामग्री को अच्छी तरह से मिलाकर इसमें जुकिनी को तुरंत रोपण न करें। कम से कम 2 दिन के लिए मिट्टी/मृदा के मिश्रण को रखा रहने दें। इसके बाद तैयार की गई मिट्टी/मृदा को गमले या ग्रो बैग में भरने के दौरान इसमें मस्टर्ड केक, नीम खली या बोन मील इत्यादि जैविक खाद की कुछ मात्रा को मिला सकते हैं।
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जुकिनी के बीज गमले या ग्रो बैग में कैसे लगाएं (How To Plant Zucchini Seeds In Pot or grow bag) :-
◆ यदि आप जुकिनी के बीज को बोना चाहते हैं, तो जैविक खाद और उर्वरक से परिपूर्ण पोटिंग मिश्रण तैयार करने के बाद ही बीज का रोपण करें। आप जिस गमले या ग्रो बैग में जुकिनी को ग्रो करना चाहते हैं, उसे पर्याप्त सूर्यप्रकाश में रखना चाहिए ताकि जुकिनी लगे गमले या ग्रो बैग को उचित सूर्य की रोशनी मिल सके।
◆ जुकिनी (zucchini) के बीज को बसंत के मौसम में बगीचे या गमले की मिट्टी में 0.5 से 1 इंच की गहराई तक में लगाएं। जुकिनी के बीज बुआई से 7 से 15 दिन के भीतर अंकुरित हो जाते हैं, और 20 से 30 दिनों में प्रत्यारोपण योग्य हो जाते हैं। यह ध्यान रखे कि सीड ट्रे(seedling tray) को बीज को अंकुरित होने तक ठंडे स्थान पर न रखें। सही तापमान होने पर आप जुकिनी के पौधे को गमले या ग्रो बैग में रोपित करें, लेकिन जुकिनी को डायरेक्ट विधि से लगाना सबसे अच्छा होता है।
◆ यदि मौसम ठंडा है, तो जुकिनी के बीज बोने के बाद मिट्टी/मृदा को प्लास्टिक सीट या ठंडे फ्रेम संरक्षण (cold frame protection) का इस्तेमाल कर ढक दें। जब जुकिनी के बीज से अंकुर निकलने लगें तो जार को हटा दें। कुछ समय बाद (लगभग 7 से 20 दिन में) आपको बहुत सारे अंकुरण दिखेगें, जिनमें से आप मजबूत अंकुर को छोड़कर बाकी सभी को हटा दें।
◆ पौधा रोपण (planting) के बाद आप गमले या ग्रो बैग की मिट्टी/मृदा को अच्छी तरह से जल दें। मिट्टी/मृदा की नमी को बनाये रखने के लिए आप मिट्टी/मृदा को गीली घास से ढक सकते हैं।
गमले या ग्रो बैग में लगे जुकिनी के पौधे को कैसे ग्रो करें (How To Grow Zucchini From Seed) :-
1. पानी देना (Watering for zucchini):-
सभी प्रकार की स्क्वैश फसलों के विकास के लिए लगातार जल और उचित खाद/उर्वरक देना जरूरी होता है। गमले या ग्रो बैग में लगा जुकिनी का पौधा नम मिट्टी/मृदा मे ही पनपता है। अतः जुकिनी की बुआई करने के बाद मिट्टी/मृदा को एक समान रूप से नम बनाए रखना चाहिए। शुरूआती समय में मौसम ठंडा होने पर गमले या ग्रो बैग में लगी जुकिनी की मिट्टी/मृदा को हफ्ते में एक बार लगभग 1 इंच जल जरूर दें। जल देते समय मिट्टी/मृदा को लगभग 4 इंच नीचे तक सही तरह से नम हो जाने दें। यदि मौसम गर्म है तो सप्ताह में लगभग 2 से 3 बार पौधे को जल जरूर दें। पौधे को जल देना तब जरूरी हो जाता है, जब पौधे में कलियां और फूल निकलने लगते हैं। बीज के अंकुरण से जुकीनी का पौधा विकसित होने के बाद मिट्टी/मृदा को नम बनाए रखने के लिए आप गीली घास से गमले या ग्रो बैग की मिट्टी/मृदा को ढक सकते हैं।
2. उर्वरक और पोषक आहार प्रदान करना (fertilizer and Feeding for zucchini):-
जुकिनी के पौधे में फूल और फल विकसित होने की शुरुआत की स्थिति में पर्याप्त मात्रा में जैविक उर्वरक और खाद डालें। जुकिनी के पौधें को ग्रो करने के लिए ज्यादा मात्रा में पोषक तत्वों की जरूरत होती है। अतः रोपण के वक्त ज्यादा मात्रा में आर्गेनिक(जैविक) पदार्थों को मिट्टी/मृदा के साथ मिश्रित करना लाभदायक होता है। आप पौधे की विकास के समय के दौरान पुरानी गोबर खाद को प्रति सप्ताह गमले या ग्रो बैग की मिट्टी/मृदा में डाल सकते हैं। यदि पौधे की पत्तियां पीली या पौधा ही कमजोर दिखाई देता है, तो फॉस्फोरस युक्त जैविक उर्वरक जैसे- बोनमील का इस्तेमाल करें।नाइट्रोजन युक्त उर्वरक का ज्यादा इस्तेमाल न करें, यह जुकिनी की उपज को काफी कम कर सकता है।
जुकिनी के पौधे को प्रभावित करने वाले कीट (Pests Which Affect Zucchini) :-
घर पर लगे गमले या ग्रो बैग मे जुकिनी के पौधों को मुख्य रूप से प्रभावित करने वाले कीट निम्न हैं। जैसे:-
=> एफिड्स (Aphids)
=> कुकुम्बर बीटल (cucumber beetle)
=> स्लग (Slug)
=> घोंघे (Snails)
=> स्क्वैश बग (Squash bugs)
=> स्क्वैश वाइन बोरर (squash vine borer), इत्यादि।
कीट से जुकिनी के पौधे को सुरक्षित रखने के लिए पौधे के पास स्टिकी ट्रैप (Sticky Trap) को लटकाया जा सकता है। स्टिकी ट्रैप गैर-विषाक्त रासायन मुक्त बेहद चिपचिपा पैड होता है, जिसमें कीट जैसे- एफिड्स, व्हाइटफ्लाइज, लीफ माइनर इत्यादि चिपक जाते हैं, और पौधे को हानि नहीं पहुंचा पाते हैं। इसके अतिरिक्त नीम के तेल का घोल बनाकर पौधे पर स्प्रे कर कीट पतंगों को पौधों के समीप आने से रोका जा सकता है। कीट से हुए प्रभावित पौधे पर सप्ताह में लगभग दो बार आप नीम तेल का स्प्रे कर सकते हैं।
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